प्रिय विद्यार्थियों,
आज मैं आप सबसे एक बहुत ही सरल लेकिन गहराई से जुड़ी बात साझा करना चाहता हूँ — सफलता किसी मंज़िल का नाम नहीं, बल्कि एक यात्रा का नाम है।जीवन में हर कदम पर चुनौतियाँ आती हैं। कभी परीक्षा में नंबर कम आते हैं, कभी कोशिशें असफल लगती हैं, और कभी लगता है कि सामने अंधेरा ही अंधेरा है। लेकिन याद रखिए — हर अंधेरे के बाद सूरज निकलता ही है। असफलता उस दीपक की तरह है जो हमें रास्ता दिखाती है कि कहाँ गलती हुई और अगली बार क्या बेहतर किया जा सकता है।महान लोग वो नहीं होते जो कभी गिरे नहीं, बल्कि वो होते हैं जो हर बार गिरकर फिर खड़े हो गए। ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, महात्मा गांधी, और सुभाषचंद्र बोस जैसे लोगों ने भी कठिनाइयाँ देखी थीं, लेकिन उन्होंने अपने सपनों को कभी छोड़ना नहीं सीखा।हर दिन अपने आप से एक वादा करें — “मैं आज कुछ नया सीखूँगा, और कल उससे बेहतर बनूँगा।”
विश्वास रखिए, अगर दिल में लगन है, तो कोई मंज़िल बहुत दूर नहीं।आपके अंदर अनंत संभावनाएँ हैं। ज़रूरत है तो बस उन्हें पहचानने और उन पर विश्वास करने की। मेहनत करें, अनुशासन अपनाएँ, और मुस्कुराते हुए आगे बढ़ें। सफलता खुद आपके कदम चूमेगी।
धन्यवाद!

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